प्रति व्यक्ति अपना पाठ सीखें
प्रभु भोज : पाप स्वीकार
हे सर्वशक्तिमान परमेश्वर दयालु पिता, मैं दुर्गत पापी मनुष्य , तेरे आगे , अपने सब पाप और अपराधों को मान लेता/लेती हूँ, जिनसे मैंने बरम्बार तुझे क्रोधित किया और सदा के लिए तेरे दण्ड के योग्य हुआ/हुई हूँ, और उनके कारण उदाश हूँ और निपट पश्चाताप करता/करती हूँ ।
और मैं तेरी बिनती करता हूँ , की अपनी अथाह दया के कारण और अपने प्रिय पुत्र यीशु ख्रिस्त के निर्दोष कठिन दुःख और मृत्यु के कारण, मुझ पापी पर दयालु हो और मेरे सारे पापों को क्षमा कर, और अपने पवित्र आत्मा से मेरी सहायता कर, कि मैं आगे यीशु पर विश्वास करके धर्म और पवित्रता से जीऊँ और चलूँ ।
प्रभु भोज : पाप स्वीकार
हे सर्वशक्तिमान परमेश्वर दयालु पिता, मैं दुर्गत पापी मनुष्य , तेरे आगे , अपने सब पाप और अपराधों को मान लेता/लेती हूँ, जिनसे मैंने बरम्बार तुझे क्रोधित किया और सदा के लिए तेरे दण्ड के योग्य हुआ/हुई हूँ, और उनके कारण उदाश हूँ और निपट पश्चाताप करता/करती हूँ ।
और मैं तेरी बिनती करता हूँ , की अपनी अथाह दया के कारण और अपने प्रिय पुत्र यीशु ख्रिस्त के निर्दोष कठिन दुःख और मृत्यु के कारण, मुझ पापी पर दयालु हो और मेरे सारे पापों को क्षमा कर, और अपने पवित्र आत्मा से मेरी सहायता कर, कि मैं आगे यीशु पर विश्वास करके धर्म और पवित्रता से जीऊँ और चलूँ ।
1 comments:
I want mundari vorson chota kattkisim
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